देसभक्त कै चोला पहिने विसधर नाग पले है
रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।।
मोदी - मोदी करें जनमभर कुछू नहीं कै पाइन
बाति - बाति मा लड़े - मरें इक दूजे का गरियाइन
माला एक खरीदौ भक्तौ, मोदीपाठ करौ तुम
चुल्लूभर पानी मा कूदौ, वहिमा डूबि मरौ तुम
दसरथ चाचा कहिन जमाना भेड़ी चाल चले है
रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।।
कुछ पै ट्रेन चढ़ाइन, कुछ का मारिन वहिके भीतर
टें टें चिल्लाय रहे हैं, दिहिन सफाई तीतर
भूँखे प्यासे रहें राह मा मरें लछिमन भैया
हाय! हाय! चिल्लाय रहीं हैं घरै सुमित्रा मैय्या
चूल्हा बुझा परा है केवल जीवन, देह जले है
रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।।
ऊपर से यमराज निहारैं, नीचे गहरी खाई
बिना आँखि के देख रहे हैं सब ससिभूसन भाई
हालचाल पूँछिन राघव से आँसू छलक पड़े हैं
सही कहित है, मोदी दादा गप्पी बहुत बड़े हैं
मीठी - मीठी बातैं कइके जनता खूब छले हैं
रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।।
Neelendra Shukla
ससिभूसन - Shashibhushan Samad