14/03/2019

कहाँ दूध के धुले हुये हो तुम यारा

The Habitat
बस थोड़ा सा खुले हुये हो तुम यारा 
कहाँ सभी संग अभी घुले हो तुम यारा 

बात मुकम्मल है तेरी, मैं दोषी हूँ 
कहाँ दूध के धुले हुये हो तुम यारा 

तुम्हीं कहो विश्वास भला कैसे कर लूँ 
दुश्मन से भी मिले हुये हो तुम यारा 

अभी उम्र जो ढ़ली लगे सिखलाने तुम 
यौवन में क्या नहीं किये हो तुम यारा 

जो भी देना है दे दो, या जाने दो 
मुझको मेरे देश भगाओ तुम यारा 

सबकुछ रहने पर भी सदा परीशाँ हो 
मुझको जीना नहीं सिखाओ तुम यारा 

प्यार किया हूँ मैं लोगों को दिक्कत है


अब तक वो आया ना सबको राहत है 
क्यूँ उसको उँगली करने की आदत है 

ना जानूँ मैं कैसा - कैसा ये जग है 
प्यार किया हूँ मैं लोगों को दिक्कत है 

तुमको ही बस नहीं मेरे साथी भाई 
मुझको भी इस आरक्षण से नफ़रत है 

सारी धरती का आँगन सूना लगता 
धन - दौलत के बिना कहीं न इज्जत है 

रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है!

देसभक्त कै चोला पहिने विसधर नाग पले है रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।। मोदी - मोदी करें जनमभर कुछू नहीं कै पाइन बाति - बाति...