04/04/2019

तुम्हारा नाम जपती हैं, भरे संसार में मोहन

साभार - गूगल 
भ्रमर गुंजार करते हैं तुम्हारे बाग़ में मोहन। 
परीशाँ गोपियाँ घूमें तेरे दीदार को मोहन 

भटकती राधिका प्यारी सुबह से कुछ नहीं खाई 
दिल - ए - गुलज़ार करती हैं तुम्हारे प्यार में मोहन

वो खुद को भूल बैठी हैं, तुम्हें वो चाहती इतना 
तुम्हारा नाम जपती हैं, भरे संसार में मोहन 

लुटाती हैं दिल - ए - ख्वाहिश, चमन में खुशबुओं जैसे 
लजाती हैं बहुत तुमसे नयनव्यापार में मोहन

तुम्हीं सम्बल, तुम्हीं ताकत, तुम्हीं हो जिन्दगी उनकी 
तुम्हीं पे हैं निछावर वो, तेरी सरकार में मोहन 

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