Pic Credit - Axita Joshi |
तुम्हारे चेहरे की रौशनी हूँ, तुम्हारी आँखों का ख़ाब हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
हमारी भी है हसीन दुनिया उसी का इक आफताब हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
नहीं हूँ पहला, न आखिरी हूँ, तुम्हारी साँसों के बाद हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
निहाल होता हूँ रोज सब पे, सभी का पहला इलाज़ हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
मुझे बचाओ, रखो हमेशा, नहीं बहाओ, हिसाब हूँ, मैं अनाज हूँ मैं,
मुझे किसानों से पूछना तुम, उन्हीं के जीवन का राग हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
तुम्हारा कल था, तुम्हारा कल हूँ मुझे समझ लो जो आज हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
सदा महकता हूँ थालियों में तुम्हारे दिल का नवाब हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
रगों रगों में जो बह रहा है वो खून मैं हूँ, जवाब हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
हर एक घर का, हर एक होटल, हर एक महलों का नाज़ हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
हर एक मुल्कों की आँख की मुझपर, युँ देखते हैं के खास हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
फुलाए फिरते हो छातियाँ तुम, तेरे बदन का शबाब हूँ मैं, अनाज हूँ मैं
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