With Nandy Sis Neel |
जिन्दगी ख़ामोश इक पतवार है
जिन्दगी में हर घड़ी त्यौहार है
जिन्दगी की बात पुस्तक में नहीं
जिन्दगी हर पल नई फ़नकार है
जिन्दगी सबकी नहीं है एक सी
जिन्दगी में राह भी दो - चार हैं
जिन्दगी भर इश्क जो समझे नहीं
जिन्दगी भर के लिए बीमार हैं
जिन्दगी को मनमुताबिक रूप दूँ
जिन्दगी है,ये नहीं बाजार है
जिन्दगी हरदम दिखाती आइना
जिन्दगी सबसे बड़ी सरकार है
जिन्दगी का इक सलीका है सुनो
जिन्दगी को जिन्दगी से प्यार है
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