29/03/2019

बड़े आशीष दे देंगे बुलन्दी पाँव में होगी

Mirja - Galib
मचलती धूप में जुल्फ़ें तुम्हारी छाँव सी होंगी 
घने बादल कि ये बरखा हमारे गाँव में होगी 

जमीं से उठ रहा हूँ मैं महज़ ये सोचकर ग़ालिब 
बड़े आशीष दे देंगे बुलन्दी पाँव में होगी   

No comments:

रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है!

देसभक्त कै चोला पहिने विसधर नाग पले है रामराज कै रहा तिरस्कृत रावणराज भले है ।। मोदी - मोदी करें जनमभर कुछू नहीं कै पाइन बाति - बाति...