Happy Holi, World Poetry day & Birthday of Aaiyappa |
रंगों का त्यौहार मनाएंगे होली
गुझिया पापड़ भाँग पिलाएंगे होली
धरती से आकाश तलक रंग बिखरेगा
जहाँ रहेंगें वहीं मनाएंगे होली
इंद्रधनुष भी सात रंग में डूबा है
तुमको भी हम आज डुबाएंगे होली
कम से कम इस दिन सब भूले - बिसरेंगे
दुश्मन को भी गले लगाएंगे होली
रंगों से है प्रेम, स्नेह सौहार्द बढ़े
सबको इसका पाठ पढ़ाएंगे होली
महादेव से खेल लिए जब रंग यारों
औरों से हम क्या शर्माएंगे होली
नील तुम्हारे लिए खड़ा दरवाजे पर
बाहर निकलो तुम्हें लगाएंगे होली
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