उसे रक़ीब सोचता हूँ मैं
आज इज़हार करूँगा तुमको
रोज़ तरक़ीब सोचता हूँ मैं
बाँह में तुम बिखर गई मेरे
तुम्हें हबीब सोचता हूँ मैं
एक तुम हो, हसीन जीवन है
मुझे, अमीर सोचता हूँ मैं
सीखता हूँ मैं बारहाँ तुमसे
तुम्हें अदीब सोचता हूँ मैं
आज सबकुछ मेरे तुम्हीं तुम हो
तुम्हें नसीब सोचता हूँ मैं
आज सबकुछ मेरे तुम्हीं तुम हो
तुम्हें नसीब सोचता हूँ मैं
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