आप सभी को होली की हार्दिक शुभकामनाएँ |
जिन्दगी जगमगाती रहे उम्रभर
कोई हँस के लगाती रहे उम्रभर
रंग गाढ़ा हो मन का के छूटे नही
होलिका यूँ ही आती रहे उम्रभर
माँ बहन संग मेरी प्रेमिका भी रहे
मैं खुशी से जियूँ जिन्दगी उम्रभर
प्रेम का रंग कान्हा लिए हाँथ में
राधिका को लगाते रहें उम्रभर
तुम रहो, न रहो, प्रेम तेरा रहे
चित्र पे रंग सजाते रहें उम्रभर
दिव्य फागुन - महीना जिये जिन्दगी
कोकिलें गीत गाती रहें उम्रभर
केसरी हम, हरा तुम उड़ाते रहो
यूँ ही भारत बनाते रहें उम्रभर
एक त्यौहार है भाईचारा का ये
इसको हँस के निभाते रहें उम्रभर
इसमें जो तीसरी लाइन में रंग शब्द है उसका अन्वय "दूसरी और तीसरी" दोनों लाइन से है ।।
धन्यवाद.....
5 comments:
मज़ा आ गया भाई
वाह
आपके प्यार के कायल हैं हम
.......ये दो पंक्तियां समर्पित हैं...!!
कोई रङ्ग ही नही चढ़ता मेरे ख़ुद्दार लहज़े पे ,
नज़र में आ गया ज़ब से तेरे रुख़शार का रङ्ग ।
रुखशार - गाल
मुलम्मा बाहरी है ये ज़ो कल तक छूट जायेगा ,
ये रङ्ग फीके ज़ब निखरे मेरे दिलदार का रङ्ग!!
🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹बहुत सन्दर ...आपको भी होली की शुभ कामनायें.....
तुम रहो, न रहो, प्रेम तेरा रहे
चित्र पे रंग सजाते रहें उम्रभर...waah
मित्र ये आपकी होली पर लिखी गई बहुत खूबसूरत कविता है... बहुत sundar...और बहुत बहुत धन्यवाद आपको जो मुझे पढ़ने का मौका मिला... बहुत सुंदर... Happy holi 💐
सुन्दर रचना..... बधाई
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