Nandiny Y |
भइया मुझको सपनों से जुड़ जाने दो
जितनी कठिनाई आएँगी सह लूंगी मैं
हवा तेज बहनें दो संग - संग बह लूंगी मैं
रोकों मत मुझको सबसे लड़ जाने दो
सबपे वार करूंगी सबको देखूंगी मैं
उठकर - गिरना गिरकर - उठना सीखूंगी मैं
मुझको ऊँँचे पर्वत पर चढ़ जाने दो
जग को दिया दिखाऊँँ जग रौशन कर जाऊँँ
किसी के सपनों का मैं घर - आँँगन बन जाऊँँ
ऐसे ही इन राहों पे बढ़ जाने दो
पंख नहीं कतरो मुझको उड़ जाने दो
भइया मुझको सपनों से जुड़ जाने दो
No comments:
Post a Comment