मैं तुम्हारे प्यार की बरसात में
भीग जाऊँगा तुम्हारी याद में
जन्नतें मेरे लिए शायद नही
तू मेरी जन्नत तु ही फ़रियाद में
तुम नदी सी आ मिलो उस छोर पे
मैं समुन्दर सा मिलूँ आजाद मैं
इस दिलो - दीमाग में क्या कर गई
ज़िक्र होता है तेरा हर बात में
हुश्न शोला , होंठ शबनम , आँख हैं दरिया कोई
चाहता हूँ डूब के मरना , जियूँगा बाद में
भीग जाऊँगा तुम्हारी याद में
जन्नतें मेरे लिए शायद नही
तू मेरी जन्नत तु ही फ़रियाद में
तुम नदी सी आ मिलो उस छोर पे
मैं समुन्दर सा मिलूँ आजाद मैं
इस दिलो - दीमाग में क्या कर गई
ज़िक्र होता है तेरा हर बात में
हुश्न शोला , होंठ शबनम , आँख हैं दरिया कोई
चाहता हूँ डूब के मरना , जियूँगा बाद में
1 comment:
Wah..neelendra you write very beautiful. Your word touch everyone heart..
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