ॐ
श्री गुरु के वे प्रिय शिष्य हैं,
हम सब उन आंखों के तारे ।
सदा शास्त्र में चिन्तन करते,
ऐसे हैं गुरुदेव हमारे ।।
नीलेन्द्र शुक्ल "नील"
श्री गुरु के वे प्रिय शिष्य हैं,
हम सब उन आंखों के तारे ।
सदा शास्त्र में चिन्तन करते,
ऐसे हैं गुरुदेव हमारे ।।
नीलेन्द्र शुक्ल "नील"
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